भारत के प्रमुख बंदरगाहों और जहाजरानी मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) ने सोमवार को कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पीएम-केयर्स फंड में 52 करोड़ रुपये का योगदान देने की घोषणा की।
नौवहन मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि शिपिंग मंत्रालय के तहत सभी प्रमुख बंदरगाहों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति निधि कोष (पीएम-केयर्स फंड) में सीएसआर निधि के रूप में 52,16,03,320 करोड़ रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया है।
प्रमुख बंदरगाहों में, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट ने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) से पीएम केयर्स फंड में सबसे अधिक 16.40 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इसके बाद दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट और पारादीप पोर्ट ट्रस्ट द्वारा आठ-आठ करोड़ रुपये, कमरजार पोर्ट और न्यू मंगलौर पोर्ट ट्रस्ट द्वारा चार-चार करोड़ रुपये का योगदान दिया गया। वीओ चिदंबरनार पोर्ट ट्रस्ट ने कोविड-19के खिलाफ लड़ाई के लिए दो करोड़ रुपये दिए, जबकि विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट ने फंड में क्रमश: एक-एक करोड़ रुपये का योगदान दिया। कोचीन पोर्ट ट्रस्ट ने 0.54 करोड़ रुपये, चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट ने 0.50 करोड़ रुपये और मोरमागाओ पोर्ट ट्रस्ट ने 0.25 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
बारह प्रमुख बंदरगाहों के अलावा, शिपिंग मंत्रालय के तहत आने वाले संस्थाओं ने भी फंड में योगदान दिया। जिसमें कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड 2.5 करोड़ रुपये, ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन और डीजीएलएल ने एक-एक करोड़ रुपये, आईपीआरसीएल 0.5 करोड़ रुपये, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया 0.37 करोड़ रुपये और एसडीसीएल ने 9,45,320 रुपये पीएम केयर्स फंड में दान किया है।
उल्लेखनीय है कि भारत में कुल 12 प्रमुख बंदरगाह हैं, जिनमें दीनदयाल (तत्कालीन कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मोरमुगाओ, न्यू मंगलौर, कोचीन, चेन्नई, कामराजार (पहले एन्नोर), वी.ओ. चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया सहित) प्रमुख हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार नोबल कोरोना वायरस से देशभर में 109 लोगों की मौत सोमवार तक हो चुकी है। जबकि पॉजिटीव की संख्या 4,067 हो गई है।