उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कक्षा 5 के एक बच्चे को सरकारी स्कूल से निकाल दिया गया। इतना ही नहीं छात्र को निकालने के बाद उसकी टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) पर चरित्रहीन लिख दिया। परिजनों ने बताया की शिक्षकों ने मासूम को मारा पीटा और जब इसकी शिकायत की गई तो उनके बच्चे को टीसी थमा दी गई। टीसी पर बच्चे का भविष्य भी लिख दिया गया। छात्र के परिजन अब इस बात से परेशान हैं कि चरित्रहीन वाले प्रमाणपत्र से छात्र को किसी अन्य स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा।
शिक्षक ने किया था पिटाई
जानकारी के मुताबिक, मामला कर्नलगंज कोतवाली इलाके के परिषदीय विद्यालय चतरौली का है। गांव निवासी पूनम सिंह का नौ वर्षीय बेटा किशन कुमार सिंह विद्यालय में कक्षा पांच का छात्र है। बताया जाता है कि 31 जुलाई को वह स्कूल गया था, तभी वहां मध्याह्न के दौरान कबड्डी खेलते समय एक छात्र के धक्के से गिर गया। जिसके बाद दोनों में झगड़ा हो गया। जिस कारण एक शिक्षक ने कथित रूप से छात्र की पिटाई कर दी थी। घर पहुंचने पर किशन ने अपनी मां को पूरी बात बताई।
शिकायत करने पर उसके टीसी पर लिख दिया चरित्रहीन
छात्र के परिजनों ने जब इसकी शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल से की, तो उन्होंने इस पर कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। इसके नाराज हुए छात्र के परिजनों ने अपने बेटे को स्कूल से निकालने की धमकी दी। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल से जब उसका स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) मांगा तो टीसी देखकर वे चौंक गए। शिक्षक ने टीसी बनाकर बच्चे को चरित्रहीन बता दिया। इसके बाद बच्चे को टीसी थमाते हुए स्कूल से भगा दिया।
अधिकारी बोले की जाएगी कार्रवाई
परिजनों ने आरोप लगाया कि शिक्षक की शिकायत करने के कारण बच्चे को दंडित करने के लिए स्कूल प्रबंधन ने ऐसी टीसी जारी की है। बच्चे के परेशान पिता ने कहा कि टीसी पर चरित्रहीन लिखने से उनके बेटे को किसी अन्य स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। प्रिंसिपल ने मेरे बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। गोंडा के जिला शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने कहा कि, मामले की जांच कर्नलगंज के खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।