रास्ते को किया कब्जा और उसपर बना दिया दिवार, सब्जी वाले ने दिवार ढहा दिया तो हुआ 3 लोगों का कत्लेआम

यूपी के प्रयागराज शहर में रविवार की रात खौफनाक खूनी खेल खेला गया। रास्ते के विवाद में तीन लोगों की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने पहले चापड़ और कुल्हाड़ी से हमला किया और फिर अधाधुंध गोलियां चलाकर दो युवकों को भून डाला। गोली चलने के दौरान पास में खड़े दो अन्य लोगों को भी गोली लगी, जिनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया। 
आनन-फानन में कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाला और लोगों को समझा बुझाकर माहौल को संभालने में जुटे रहे। एसएसपी अतुल शर्मा ने लापरवाही बरतने वाले धूमनगंज के एसआई तेज बहादुर को सस्पेंड कर दिया है, जबकि अब तक 6 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पहले से ही तैयार था उनका प्लान
शहर के चौफटका के अंटा इलाके में रहने वाला लालू सब्जी विक्रेता था। वह चौफटका ओवरब्रिज के नीचे अपनी सब्जी की दुकान चलाता था। लालू का दोस्त अजीत, सब्जी की दुकान के बगल पान की गोमती चलाता था। रात लगभग सवा 8 बजे दोनों ने दुकान बंद की और घर लौटने लगे। तभी उन पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और चापड़ व कुल्हाड़ी से ताबड़तोड वार किये जाने लगे। दोनों ने हमलावरों का मुकाबला किया, लेकिन तभी गोलियां तड़तड़ा उठी और लालू व अजीत को गोलियों से भून डाला गया। इस दौरान अजीत के भतीजे करन (25) और राहगीर आजाद को भी गोली लग गयी। पुलिस के अनुसार हमलावरों ने पहले से ही पूरा प्लान तैयार रखा था और सोच समझ कर वारदात को अंजाम दिया गया है।

छावनी में तब्दील हो गया पूरा इलाका
वारदात की सूचना जैसे ही पुलिस कंट्रोल रूम को मिली एडीजी, डीआईजी, एसएसपी कयी थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये और घायलों को अस्पताल ले जाया गया। पूरा इलाका पुलिस ने सील कर दिया और हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराने का प्रयास करती रही। वहीं, अस्पताल में अजीत व लालू को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि करन की इलाज के दौरान मौत हो गयी। पुलिस ने पूछताछ व परिजनों के आरोप के आधार पर चंदन, मनीष के अलावा चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।

रास्ते के विवाद में हुआ था हत्या
पुलिस के अनुसार लालू के घर के ठीक सामने एक गली है। इस गली से दूसरे मोहल्ले में लोग जाते हैं। इसी गली को मोहल्ले के बलवंत सिंह और उनके परिवार वालों ने जबरन बंद कर कब्जा कर लिया। जिसका विरोध लालू व मोहल्ले के लोग कर रहे थे। रविवार की सुबह इसी गली के रास्ते पर बलवंत आदि ने दीवार बनाकर रास्ता बंद कर दिया, जिससे लालू के साथ मोहल्ले वालों ने ढहा दिया। इसी मामले में गुस्साये बलवंत व उसके परिवार के लोगों ने लालू की हत्या का प्लान बनाया और जब वह रात में दुकान बंद कर घर लौट रहा था तो उसकी हत्या कर दी गई।
Previous Post Next Post

.