300 करोड़ की ठगी के मामले में फरार चल रहे शातिर ठग बृजमोहन सैनी को चौमूं पुलिस ने बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे तब गिरफ्तार किया जब वह चौमूं कोर्ट में किसी मामले में पेशी के लिए आया था। पुलिस के अनुसार बृजमोहन सैनी ने 30 हजार लोगों से डायमंड व सोने में निवेश के नाम पर 300 करोड़ रुपए की ठगी की थी। 8 माह पूर्व मां के निधन पर वह चौमूं आया था। पुलिस ने बताया कि बृजमोहन के खिलाफ जयपुर, सीकर, नागौर, बीकानेर जिले के कई थानों में करीब एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज है।
सीकर में भी मदन गढ़वाल सहित कई लोगों ने उसके खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज करा रखा है। सीकर पुलिस भी उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। पुलिस ने बताया कि आरोपी बृजमोहन ने 300 लोगों को चेक दिए थे, लेकिन वह बाउंस हो गए। लोगों को फंसाने के लिए महंगे फोन तक उधार में लिए। निवेश के बाद उन लोगों को सोने की अंगूठी बांटी गई। यह भी 14 कैरेट की ही थी। बृजमोहन लोगों से निवेश के रुपयों से थाइलैंड, रशिया घूमने के लिए चला जाता था।
पुलिस का कहना है कि बृजमोहन के साथ कंपनी में पत्नी पूनम सैनी, भाई राजमोहन सैनी, कृष्ण सैनी, दिनेश सैनी की भूमिका की जांच कर रही है। चारों भाई डायमंड कंपनी का काम खुद ही संभालते थे। सभी की भूमिका भी बंटी हुई थी। बृजमोहन इन पैसों से एसो-आराम की जिंदगी जीता था। थे। विदेशों में घूमता। पत्नी भी इस पूरे खेल में अहम रोल अदा कर रही थी। जिन लोगों को फंसाना होता, उन्हें निवेश के प्लान यही समझाती थी। रुपए गिनने के लिए मशीन तक घर में लगा ली।
फ्लेट को गिरवी रखकर रुपए निवेश किया
विदेश में घूमने और सोने की अंगूठी का लालच देकर 11 हजार, 21 हजार, 51 हजार से लेकर 1 लाख तक निवेश के प्लान थे। यह प्लान बताकर लोगों से रुपए ठगे जाते थे। कंपनी के लोगों को घर विदेश में घूमने सहित कई सपने दिखाए। निवेश करने पर लोगों को डायमंड और सोने की अंगूठी देने का भी लालच दिया। निवेश के बाद कंपनी में पहले नए सदस्य शामिल करने पर 25 प्रतिशत, दूसरे पर 20 प्रतिशत और तीसरे पर 15 प्रतिशत तक भी देने की बात कही गई। लोगों ने फ्लैट गिरवी रख ब्याज पर रुपए लेकर किया निवेश कंपनी के लोगों को 10 प्रतिशत हर महीने मुनाफा देने का झांसा दिया गया। लोगों ने अपने फ्लैट गिरवी रख कर ब्याज पर रुपए ले लिए।