एक युवक को टिकटॉक पर वीडियो बनाने की क़ीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। जब वो वीडियो बना रहा था तो उसे पुलिस ने पकड़ लिया। उसे बेरहमी से पीटते हुए घर ले आई। फिर शाम तक कोतवाली में बीस हज़ार रुपये पहुंचा देने का फरमान जारी कर दिया। ग़रीब युवक को पैसा जुटा पाना मुश्किल लगा तो उसने फांसी लगा ली। मामला नगर कोतवाली के मुल्लाटोला का है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मुल्ला टोला निवासी असलम का बेटा राजू (20) पिता के साथ पेंटिंग का काम करता था। ख़ाली वक्त में उसे टिक टॉक पर वीडियो बनाने का जुनून था। शनिवार को उसने पिता से कहा कि आज उसका काम करने का दिल नहीं कर रहा। इसके बाद वो गोमती नदी के किनारे दोस्तों संग पहुंच गया। वहां सभी मिलकर टिकटॉक पर वीडियो शूट करने लगे। इसी बीच काली पल्सर से यूपी 112 की टीम पहुंच गई। इसके बाद कर्मियों ने राजू को पकड़ लिया। आरोप है कि टीम ने उसे वहीं पीटना शुरू कर दिया। फिर सरेआम पीटते हुए घर तक लाए। वहां परिजन के हवाले करते हुए दो हज़ार रुपये ले लिए।
जाते-जाते राजू का मोबाइल लेते गए। ये आदेश भी दिया कि 20 हज़ार रुपये देकर मोबाइल लेते जाना। न मिलने पर फर्जी मुकदमे में फंसा देने की भी धमकी दी। डरी सहमी उसकी मां रुपये का इंतजाम करने चली गई। इसी दौरान राजू ने घर के कमरे में पंखे से रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। राजू की मौत की खबर फैली तो आसपास के लोग जुट गए। पुलिसिया बर्बरता की बात सुनते ही सभी आक्रोशित हो गए। किसी ने फोन किया तो सीओ सिटी सुशील कुमार भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। लोगों का गुस्सा देख उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए। लोग घंटों इस ज़िद पर अड़े रहे कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। इसके बाद ही वो शव को पुलिस के हवाले करेंगे। हालांकि कुछ लोग समझाने में जुटे हैं।