दिल्ली के पटेल नगर के 32 वर्षीय रामनिवास की जमीन के विवाद में गोली मारकर हत्या की गई थी। इसके बाद शव को खरावड़ बाईपास के नजदीक सड़क किनारे फेंक दिया गया। रामनिवास ने डेढ़ साल पहले लव मैरिज की थी, जबकि 22 दिन पहले ही वह बेटे का पिता बना था। शनिवार को दिल्ली से रोहतक पहुंचे परिजनों ने यह दास्तां पुलिस के सामने बयां की। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। इसमें दो सगे भाई भी आरोपी बनाए गए हैं। आरोप है कि दो सगे भाइयों के साथ रामनिवास का जमीन को लेकर पांच साल से विवाद चल रहा था। जो अदालत में विचाराधीन है।
इसी की रंजिश रखते हुए आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने फिलहाल शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में राम योगावन सिंह ने बताया कि वह मूलरूप से गांव बसंत जिला शिवहर, बिहार का रहने वाला है। उसने बताया कि वह तीन भाई बहन है। सबसे बड़ा भाई रामनिवास है। रामनिवास पटेल नगर दिल्ली के एक किराये के मकान में परिवार सहित रहता था। उसने कुछ माह पहले ही एक कार किराये पर लेकर उसमें ड्राइवर लगाया हुआ था लेकिन खर्चा न निकल पाने के कारण उसने कार को वापस लौटा दिया था।
22 जनवरी की दोपहर एक बजे रामनिवास अपनी पत्नी व मां को यह कहकर घर से निकला कि वह अभिजीत निवासी जिला मुजफ्फरपुर बिहार हाल दिल्ली के पास जा रहा हूं। जहां दोनों साथ ही कहा कि अभिजीत अपने कुछ बाहर से आए हुए जानकार लोगों के पास ले जाएगा। जहां काम के सिलसिले में बातचीत होगी। शाम करीब सवा पांच बजे रामनिवास ने अपनी पत्नी को फोन कर कहा कि वह हरियाणा की ओर जा रहे हैं, रात करीब 10 बजे तक लौट आएंगे। इसी फोन पर बातचीत के दौरान पत्नी ने रामनिवास को घरेलू सामान लाने के बारे में भी कहा था। बताए गए समय पर जब पत्नी ने फोन किया तो रामनिवास का फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद पत्नी ने इस बारे में परिजनों को बताया। जिस पर रामनिवास के बारे में सभी रिश्तेदारियों में पता किया। लेकिन उसका कही कोई भेद नहीं लगा।