शॉर्ट वीडियो स्ट्रीमिंग मोबाइल प्लेटफॉर्म TikTok ने अभी घोषणा की है कि यह एचडी स्ट्रीमिंग को प्रतिबंधित करेगा। कंपनी इसे फिलहाल यूरोपीय संघ क्षेत्र में लागू कर रही है। ताकी डेटा नेटवर्क पर ज्यादा लोड़ ना हो। कोरोनावायरस संकट के कारण लोग अपने घरों में बंद हैं। इस अवधि के दौरान लोग खुद का मनोरंजन करने के लिए वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ-साथ इंटरनेट सेवाओं का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रहे हैं।
एक बयान में TikTok ने कहा, “जबकि हम चाहते हैं कि हमारा प्लेटफॉर्म एक ऐसी जगह हो जहां हमारा समुदाय वीडियो कंटेंट बनाकर , शेयर कर इसका आनंद ले सके, हम नहीं चाहते कि समग्र नेटवर्क में कोई पेरशानी आये और इस पर लोड़ बढ़े। इसे ध्यान में रखते हुए, हमने यूरोप में अपने उपयोगकर्ताओं को अगले 30 दिनों के लिए एचडी में कंटेंट को स्ट्रीम से रोकने के लिए एक स्वैच्छिक निर्णय लिया है। ”
टिकटॉक ने कहा कि उपयोगकर्ता अभी भी वीडियो को सामान्य रूप से और हमारे प्लेटफाम्र् पर के लिए बनाने और शेयर करने में सक्षम होंगे। इस निर्णय से उनके टिकटोक अनुभव की गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह समायोजन हमें बुनियादी ढांचे पर कुछ दबाव को कम करने में बहुत छोटी भूमिका निभाने की अनुमति देता है जो लोगों के रोजमर्रा के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे उद्योग के साथियों के साथ, यह तत्काल प्रभाव से एक स्वैच्छिक निर्णय है, और हम भविष्य में किसी भी संबंधित निर्णय के बारे में नेटवर्क ऑपरेटरों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। “
हाल ही में यूरोपीय संघ ने नेटफ्लिक्स और अमेज़ॅन प्राइम वीडियो जैसे अन्य ओटीटी प्लेटफार्मों को भी एचडी गुणवत्ता को प्रतिबंधित करने के लिए कहा। इसके बाद सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने विभिन्न ओटीटी प्लेटफार्मों को लिखा। पत्र को नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार और यूट्यूब शामिल प्लेटफार्मों को लिखा गया है।