मध्य प्रदेश विधानसभा में शिवराज सरकार का विश्वास प्रस्ताव पास


मध्य प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का छठवां सत्र मंगलवार अपने समय सुबह ठीक 11 बजे शुरू हुआ, जिसमें सरकार के प्रति विश्वास प्रस्ताव लाया गया जो सर्वसम्‍मति से पास हो गया। इस दौरान कांग्रेस का सदन में कोई भी विधायक नहीं पहुंचा। इसके साथ ही आज मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार ने सदन में बहुमत हासिल कर लिया है। 

सदन की पूरी कार्यवाही के लिए सभापति जगदीश  देवड़ा को बनाया गया था। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्‍थगित कर दी गई। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज सदन की कार्यवाही के बाद बताया कि सभापति तालिका जीवित थी, इसलिए सभापति के रूप में वरिष्‍ठ सदस्‍य जगदीश देवड़ा उपस्‍थ‍ित थे, सदन में कोई प्रोटेम स्‍पीकर नहीं बनाया गया था क्‍योंंकि हाल ही में विधानसभा अध्‍यक्ष ने इस्‍तीफा दिया है।  डॉ.  मिश्रा ने बताया कि बहुमत के लिए हमें 104 सदस्‍य सदन में चाहिए थे,  जिसमें कि सदन में इससे कहीं अधिक सदस्‍य आज उपस्‍थ‍ित हुए। निर्दलीय विधायक भी यहां उपस्‍थ‍ित हुए, जिन्‍होंने भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार के प्रति अपना भरोसा जताया। 

उल्‍लेखनीय है कि सरकार इस सत्र में लेखानुदान लाएगी। आज के सत्र के पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा के चार दिवसीय सत्र को लेकर व्हिप जारी कर समस्त विधायक को सदन की कार्यवाही में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने को कहा था। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने व्हिप जारी करते हुए सभी पार्टी विधायकों को निर्देशित किया था कि वे 24 मार्च को प्रारंभ हो रहे विधानसभा के सम्पूर्ण सत्र में सदन की पूरी कार्यवाही में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।
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