सरकार और पुलिस के बहुत दावों के विपरीत मांझे पर प्रतिबंध नहीं लग सका और न ही उससे होने वाली जानलेवा दुर्घटनाओं पर रोक लग सकी। बदरपुर फ्लाईओवर पर बाइक सवार मोहन की गर्दन में मांझा उलझ गया था। जिस वजह से वह बाइक लेकर फ्लाईओवर से नीचे गिर गया. उसके साथ बाइक पर उसकी पांच वर्ष की भांजी दिप्ति भी थी। मोहन की तो जान बच गई, किन्तु दीप्ति ने दो दिन तक मौत से लडऩे के बाद शुक्रवार देर शाम अपोलो अस्पताल में दम तोड़ दिया। शनिवार को एम्स में पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का लाश परिजनों को सौंप दिया गया।
इंद्रापुरी में मोहन अपने परिजन के साथ रहता है। परिवार में बड़ा भाई, भाभी और बच्चे हैं। उसमें पांच वर्ष की दीप्ति भी थी। बच्ची के पिता और चाचा दोनों ड्राइवर हैं। दो दिन पूर्व ही वह अपने चाचा के साथ एक रिश्तेदार के पास फरीदाबाद से वापस अपने घर जा रही थी। जैसे ही वह लोग बदरपुर फ्लाईओवर के पास पहुंचे। अचानक पतंग का मांझा मोहन के गले में आकर फंस गया। बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वह फ्लाईओवर से नीचे गिर गया।
डांस करते वीडियो हुआ वायरल
मासूम दीप्ति का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसे सैकड़ों लोगों ने देखा है। किन्तु बहुतों को शायद मालूम ही नहीं, कि जिस बच्वी के डांस पर वे तालियां बजा रहे हैं, वह अब दुनिया में नहीं रही। बच्ची अपने एक रिश्तेदार के घर पर गई थी और जबरदस्त डांस किया था। उसके कुछ घंटे बाद ही बच्ची सड़क हादसे का शिकार हो गई। दीप्ति घर की इकलौती बेटी थी। उससे एक बड़ा और एक छोटा भाई है। उसकी मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है।
पुल से गिरे...वीडियो में कैद हुए
हादसे के वक्त जब दिप्ति और मोहन फ्लाईओवर से नीचे गिरे तो लोगों ने वहां खड़े होकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसी वक्त वहां निजी अस्पताल की नर्स ज्योति वहां से गुजर रही थी। जिसने एम्बुलेंस व पुलिस को फोन किया। नर्स ने मोहन की उसके भाई मिंटू से फोन पर बताई कराई और दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। नर्स के द्वारा वक्त से अस्पताल पहुंचाने के चलते मोहन की जान बच गई। किन्तु दीप्ति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मामले में पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल का कहना है कि परिजनों ने शिकायत दी है। बच्ची की देहांत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।