पांच जून 2017 की काली रात आज भी कजरैली के गोराचकी में रहने वाला हिमांशु का परिवार नहीं भूल पा रहा हैं।हिमांशु ने पड़ोस की ही सोनी से इश्क विवाह किया था। इस विवाह के विरोध में गांव वालों ने पांच की रात पंचायत लगाकर हिमांशु को मृत्यु को मृत्यु का फरमान सुनाया था। इसके बाद पंचायत के सामने ही हिमांशु को इश्क विवाह करने की दण्ड के तौर पर गोलियों से भून दिया गया था। जबकि उसकी पत्नी सोनी को परिवार वालों ने फरार कर दिया।हादसे के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी पुलिस सोनी को आज तक नहीं ढूंढ पाई।
मां जैलस देवी के सामने कर दी गई थी हिमांशु की निर्मम कत्ल
पंचायत के फरमान के बाद गांव वाले जब पंचायत के सामने हिमांशु को मारना प्रारंभ किया।जब उसकी मां जैलस देवी ने उसका विरोध किया तो गांव वालों ने उन्हें एक गोली मार दी थीं।लेकिन मां अपने बेटे को बचाने में असफल रही।पंचायत के सामने ही हिमांशु को एक के बाद एक कई गोलियां मारी गई।बचने के लिए हिमांशु गांव के एक किराना दुकान की तरफ भागा।लेकिन वहां भी गांव वालों ने पहुंच उसे मौत के घाट उतार दिया।जानकारी मिलने पर जब भाई अविनाश गांव पहुंचा तो उसने किसी तरह भाई और मां को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हिमांशु की मृत्यु हो गई।जबकि मां जैलस का कई माह तक उपचार चला।
19 में तीन आरोपित जेल में हैं कैद
हिमांशु हत्याकांड का न्यायालय में ट्रायल चल रहा हैं।इस मामले में मां जैलस देवी के बयान पर 19 लोगों के विरूद्ध कत्ल का मुकदमा दर्ज किया गया था।जिसमें से अभी भी सोनी के रिश्तेदार वरूण यादव,सुमन यादव और विवेक यादव जेल में कैद हैं।अन्य अभी जमानत पर हैं।बता दें कि इस मामले में सोनी के अपहरण का आरोप लगाते हुए भी हिमांशु के परिवार ने कजरैली थाने में केस दर्ज कराया था। जिसमें कई महिलाओं को भी आरोपित बनाया गया था।
मां-भाई ने कहा फांसी होगी तभी मिलेगा सुकून
हिमांशु की कत्ल के बाद आज तक परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस बल घर में मौजूद हैं।मां जैलस और भाई अविनाश ने बताया कि इस हिमांशु की कत्ल में शामिल लोगों को जब तक मृत्यु की सजा नहीं हो जाती।तब तक हिमांशु की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।उन लोगों को भी तभी इंसाफ मिलेगा।साथ ही उन लोगों ने हिमांशु की पत्नी को ढूंढने की गुहार पुलिस से लगाई हैं।
हिमांशु हत्याकांड में बहस लागू
पंचम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपाकंर पांडेय की अदालत में बुधवार को भी हिमांशु हत्याकांड में आरोपित अजब लाल यादव के बचाव में बहस लागू रही।हिमांशु की कत्ल प्रेम प्रसंग को लेकर कजरैली के गौराचौकी गांव में 2017 में कर दी गई थीं।उसकी मां जैलश देवी के फर्द बयान पर 19 लोगों को हत्याकांड में आरोपित बनाया गया हैं।