अमेरिका ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। देश के विभिन्न राज्यों, ख़ासकर कैलिफ़ोर्निया में लोगों से गुरुवार की रात से 19 अप्रैल तक घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं। फार्मा और ग्रोसरी आदि स्टोर को छोड़कर अन्य व्यावसायिक संस्थानों को बंद करने को कहा है। यह प्रयोग सफल रहा तो देश के अन्य भागों में भी बड़े शहरों को बंद किया जाएगा।
न्यू यॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने कहा है कि वह भी अगले सप्ताह से न्यू यॉर्क को बंद किए जाने के बारे में विचार-विमर्श कर रहे हैं। उधर यूरोप में इटली, फ्रांस और स्पेन के बाद बेल्जियम ने अपनी सीमाएं बंद करने के साथ सभी व्यावसायिक संस्थानों को बंद कर दिया है। इस बीच पूरी दुनिया में गुरुवार तक कोविड-19 से 9867 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 2,42,713 लोग संक्रमित हैं। अमेरिका में 200 से अधिक लोगों की कोरोना वायरस से जान जा चुकी है। जबकि देश भर में 13680 लोग संक्रमित हैं। यह रफ़्तार तेज़ी से बढ़ रही है। अमेरिका और कनाडा तथा अमेरिका-मेक्सिको के बीच आवागमन बंद कर दिया गया है। अमेरिका में करीब-करीब सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
टास्क फोर्स के एक सदस्य ने बताया है कि व्हाइट हाउस पूरे देश को बंद करने का विचार कर रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को मीडिया से कहा है कि वह प्रतिदिन, प्रति घंटे कोरोना वायरस के डाटा देख रहे हैं और निर्णय लेने के लिए सब कुछ उनकी मेज पर है। इटली में बुद्धवार को 427 लोगों के मरने से वहां का मरने वालों का आंकड़ा 3405 पहुंच चुका है। यह संख्या चीन में मरने वालों से ज्यादा है।
सान फ्ऱांसिस्को, ख़ास कर सैन होजे, सनी वेल और फ्ऱीमांट में प्रवासी भारतीयों की एक बड़ी तादाद आईटी सेक्टर में काम करती है। इन शहरों में मंगलवार से कफर््यू जैसी स्थिति पैदा हो गई है। होटल, रेस्तरां, बार और क्लब आदि को बंद किए जाने के आदेश दिए जा चुके हैं। छोटे कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा रहा है। पूरे शहर को करीब-करीब बंद किया जा रहा है। कैलिफ़ोर्निया के बाद न्यू यॉर्क राज्य में स्थिति गंभीर होती जा रही है। वहां अब तक 7584 लोग संक्रमित हैं और 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
इंग्लैंड की स्थिति भी भयावह होती जा रही है। प्रधान मंत्री बोरिस जानसन ने स्कूल-कालेज बंद करने के साथ मई में होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। सभी अवकाश प्राप्त डाक्टरों को काम पर लौटने का निवेदन किया गया है। लंदन में गुरुवार की सुबह ग्रोसरी स्टोरों पर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिलीं। वहां आपस में मारपीट होने के कारण सेना की एक टुकड़ी बुला ली गई है।
ट्रम्प प्रशासन ने विदेशों में पर्यटन अथवा किसी अन्य कामकाज के लिए गए अपने सभी नागरिकों से कहा है कि वे तत्काल स्वदेश लौट आएं अथवा सुरक्षित स्थान पर अपनी रक्षा करें।