अगर आपके घर या आसपास की कोई लड़की अकेली कहीं जा रही है तो सावधान हो जाइये नहीं तो वह बहला-फुसलाकर बेचने वाले किसी गिरोह का शिकार हो सकती है। विश्वास नहीं होता तो देखिये यह रिपोर्ट कि किस तरह बेटियों को बेचा जा रहा है। मासूम और शरीफ से दिखने वाले लोग भी आपकी बच्चियों को किसी ऐसे अंधेरे में धकेल सकते हैं जिसे सोच कर आपकी रूह कांप जाएगी।
शराफत के नकाब के पीछे छुपा था एक घिनौना चेहरा
फुलवारी शरीफ के जानीपुर पुलिस गिरफ्त में इस बूढ़ी महिला को जरा गौर से देखिये कितनी शरीफ और सभ्य लग रही है, लेकिन इसकी शराफत पर मत जाइए। इस महिला की करतूतों को सुनेंगे तो आपके होश फाख्ता हो जाएंगे। इस महिला ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के धंधे में अपनी पूरी जिंदगी खपा दी। इसने लावारिस घुमनेवाली अनगिनत लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। लड़कियों को बहला-फुसला कर उन्हें रेड लाइट एरिया में बेच दिया है।
एक युवती अपनी शादीशुदा जिंदगी और परिवार से नाराज होकर नौकरी करने के लिए पटना भागकर आती है। लेकिन उसे क्या पता था कि उसे जो औरत शादी और नौकरी का झांसा देकर पनाह दे रही है, दरअसल उसकी जिंदगी को जहन्नुम बनाने जा रही है।
इसकी भनक उसे तब लगी जब उसे जानीपुर बाजार में एक मकान में लाकर रखा गया और नजरबंद कर दिया गया। यहां तक की उसे घर से बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दिया गया। उस घर में स्टेशन से बहला कर एक अन्य लड़की को लाया गया था और उसे जहानाबाद में किसी व्यक्ति को बेच दिया गया था। उसके बाद उसे पता चला कि 80 हजार से एक लाख रुपए में एक लड़की को बेचा जाता है।
महिला अपने परिवार के साथ ही पुलिस हिरासत में गई
ग्रामीण इलाके की भोली भाली गरीब, अशिक्षित परिवार की लडकियों, युवतियों और महिलाओं को नौकरी दिलाने, अच्छे शहरों में शादी कराने और पैसे कमाने का लालच देकर अपने झांसे में लेती थी। यह महिला और इसका परिवार ह्यूमन ट्रैफिकिंग का काम कई सालों से कर रहा था और कई बार सीतामढ़ी से जेल भी जा चुकी है। फुलवारी शरीफ डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि गुप्त सुचना के आधार पर महिला को उसके बेटा-बहू के अलावा एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। महिला के गिरोह के फरार सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस जहानाबाद, सीतामढ़ी सहित कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।