दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर है ये युवती, भाई और मां ने कर दिया है घर से बाहर, जानिए क्या है ऐसा कारण

काशीपुर में एक युवती को न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी एक युवती को न्याय नही मिल पा रहा है। जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर में रहने वाली एक अविवाहिता अपूर्वा चावल का आरोप है कि पिता की मौत के बाद काशीपुर से उसके घरवालों ने उसे घर से निकाल दिया है। 
जिसके बाद उसने हाईकोर्ट में केस किया था, जहा हाईकोर्ट ने युवती के पक्ष में फैसला सुनाया ओर प्रशासन को युवती का हक दिलवाने के आदेश दिए। हाईकोर्ट के आदेश होने के बावजूद युवती को घर में वापस नहीं आने दिया जा रहा है। युवती का आरोप है कि उसकी बहनें, भाई और मां उसके खिलाफ साजिश कर रहे हैं। उसका आरोप है कि प्रभावशाली परिवार की वजह से उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। उसने मारपीट और टॉर्चर किए जाने का भी आरोप लगाया है। 
युवती ने बताया कि साल 2015 में पिता की मौत के बाद युवती को उसके इकलौते भाई ने उसे घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद से न्याय पाने के लिए दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर है। युवती ने देश के प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति महोदय, राज्यपाल महोदय ओर अपने सूबे के मुख्यमंत्री सहित सभी आला अधिकारियों को अब तक 250 प्रर्थना पत्र दे चुकी है लेकिन उसे कहीं से भी न्याय नही मिल पा रहा है।
यही नही जब युवती को कही से न्याय नही लिया तो उसने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। युवती ने कहा कि जहां एक ओर देश की केंद्र सरकार महिलाओं के सुरक्षा के दृष्टि से कानून बनाये जा रहें हैं लेकिन सायद ये नियम और कानून सभी धरातल के लिए नही बने हैं। युवती का आरोप है कि प्रशासन उसका कोई साथ नही दे रहा है। वह अपना हक़ पाने के लिए 5 वर्षो से इधर उधर भटकना पड़ रहा है लेकिन उनकी कोई मदद नही कर रहा है।
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