ये हुआ नगर पंचायत चितबड़ागांव के ऐतिहासिक बरईया पोखरे पर दिवाली के अगले दिन 28 अक्तूबर को। इसके बाद क्षेत्र में इस शादी की चर्चा पूरे दिन जारी रही। ऐतिहासिक बरईया पोखरे पर शादी-विवाह के लिए लोग लड़की देखने-दिखाने की रश्म निभाते हैं। 28 अक्तूबर सोमवार को चितबड़ागांव थाना क्षेत्र के कारो ग्राम निवासी राजेंद्र राम अपनी लड़की सीमा को परिजनों के साथ लेकर 10:00 बजे सुबह बरईया पोखरा पहुंचे। यहां गाजीपुर जनपद के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम- सिधउत निवासी अखिलेश राम अपने पुत्र आजाद कुमार को लेकर लड़की देखने आए। लड़की पसंद होने के बाद वर पक्ष के लोगों ने तत्काल शादी का निर्णय ले लिया।
यह सुनकर वधु पक्ष के लोग खुश होने के साथ असमंजस में भी पड़ गए कि तत्काल विवाह की तैयारियां कैसे करें। इसका हल भी वर पक्ष ने ही निकाला और हिंदू रीति रिवाज से मंदिर में लड़का-लड़की ने एकदूसरे को जयमाल पहनाकर शादी कर ली। इसके बाद दोनों पक्षों से सहमति पत्र लिखा गया। इसमें गवाह के तौर पर अखिलेश कुमार, गुड्डू राम, प्रमोद कुमार, उमेश कुमार एवं दूल्हा आजाद कुमार तथा दुल्हन सीमा भारती का हस्ताक्षर कराया गया। इस पत्र की कॉपी चितबड़ागांव थाना के प्रभारी निरीक्षक रंजीत सिंह को भी दी गई। इसके बाद वरपक्ष दुल्हन की विदाई कराकर उसे अपने साथ ले गया।