उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 11 अगस्त को एक 8 महीने का बच्चा लापता हो गया था, जिसका शव 21 अगस्त को घर के पीछे से ही बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, इस मामले में पुलिस बच्चे की मां को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि ऐसा उसने अपने जेठानी को फंसाने के मकसद से किया है।
11 अगस्त को दिया अपहरण की तहरीर
जानकारी के मुताबिक, मामला जेवर थाना क्षेत्र के गोपालगढ़ गांव का है। 11 अगस्त को रोहताश ने जेवर कोतवाली में शिकायत दी कि 10 अगस्त को वे घर से बाहर थे। उनकी पत्नी हेमा देवी 8 महीने के बच्चे दीपक को छोड़कर पशुओं को चारा डालने गई थीं। इसी बीच दीपक का किसी ने अपहरण कर लिया। वहीं, हेमा के सास-ससुर ने बताया कि वे उस दिन गांव में ही भागवत गीता सुनने गए थे। मासूम के अगवा होने का मामला दर्ज कर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई।
बदबू आने पर खुल गया उसका पूरा राज़
बुधवार सुबह रोहताश और अन्य परिजनों को गाय-भैंस के लिए रखे गए चारे वाले कमरे से दुर्गंध आई। जब सभी ने तलाश की तो उन्हें एक बैग में बच्चे का शव मिला। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी। बच्चे का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने घर के सभी सदस्यों से पूछताछ की। जिसमें बच्चे की मां की बातें काफी संदेहास्पद लगीं। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मां को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
खुद को निर्देष बता रही है हेमा
हालांकि हेमा खुद को निर्दोष बता रही। हेमा ने पुलिस को बताया कि बरामदे में रखी चारपाई पर दीपक को खेलता छोड़ वह मवेशियों को चारा डालने गई थी। वापस आकर देखा तो दीपक चारपाई से नीचे पड़ा हुआ था। बेहोश समझकर उसने दीपक के मुंह में पानी डाला। सांस नहीं चलता देख वह डर गई। पुलिस और परिजनों से बचने के लिए मासूम के शव को भूसे में छिपा दिया। हालांकि पुलिस मां की बातों को मानने से इंकार कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।