नौबस्ता से महिला और उसके बेटे के लापता होने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। पत्नी और मासूम बेटे की हत्या करने के बाद आरोपित पति ने शवों को कौशांबी में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपित पति अमित शर्मा, देवकी नगर निवासी केबल का काम करने वाले संजय शर्मा व लोडर चालक कबीर नगर नौबस्ता निवासी गुड्डू मिस्त्री उर्फ मोहम्मद अख्तर को गिरफ्तार किया है।
हंसपुरम निवासी अमित वर्मा ने राजीव विहार निवासी 26 वर्षीय सुमन के साथ आठ साल पूर्व प्रेम विवाह किया था। उनके छह साल का बेटा निश्चय था। तीन साल पहले अमित के देवकी नगर की एक युवती से प्रेम संबंध हो गये थे। अमित उससे दूसरी शादी रचाना चाहता था लेकिन पत्नी इसमें आड़े आ रहा थी। रविवार को मामले का खुलासा करते हुए एसपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि अमित ने देवकी नगर में रहने वाले साथी संजय शर्मा से बातचीत करके पत्नी व बेटे को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की थी। बीते 23 दिसंबर को संजय और अमित ने मूलगंज से एसिड खरीदा।
प्रयागराज में गंगा स्नान के बहाने पत्नी और बेटे को लेकर रामादेवी चौराहे पहुंचा। यहां से लोडर से सभी इलाहाबाद जाने के लिये रवाना हुए। रास्ते में सुमन को शराब पिलाकर नशे में कर दिया। रात करीब दो बजे कौशांबी पहुंचे। जहां कोखराज में सुनसान स्थान पर उन्होंने सुमन पर तेजाब डाला और मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।
उन्होंने लाडपुर पुलिया के पास उसका शव फेंक दिया। बेटे के शोर मचाने पर उसकी भी सिर पटक कर हत्या कर दी। शिनाख्त मिटाने के लिये हत्यारों ने शव से कपड़े भी उतार लिए। इसके बाद प्रयागराज चले गए। वहां से पत्थर लोड करके लौटे थे। हत्या के बाद शातिर अमित ने प्रेमिका से शादी कर ली।
35 हजार में किया मां-बेटे की जान का सौदा